Madhyamik important questions (physical science)

 Madhyamik important questions 

(physical science)



























1-बैलून में पंप से हवा भरने पर बैलून के दबाव में वृद्धि होती है, तो बॉयल के नियमानुसार बैलून का आयतन क्यों नहीं कम हो जाता है ? (Why does the volume of a balloon not decrease, according to Boyle's law, when it is pumped causing an increase in pressure?)

Ans. यहाँ Boyle's के नियम का उल्लंघन नहीं होता है। Boyle's law में गैस का द्रव्यमान और तापक्रम अपरिवर्तित रहने पर ही आयतन दबाव का विलोमानुपाती होता है। पर यहाँ गैस की मात्रा बढ़ जा रही है, जिसके फलस्वरूप बैलून में गैस का आयतन बढ़ जा रहा है।

* 2. जब एक हवा का बुलबुला एक एक्वेरियम में नीचे से ऊपर उठता है तो आकार पहले से बड़ा या छोटा हो जाता है ? क्यों ? (When an air bubble starts rising from the bottom of an aquarium, what will be its change in size-bigger or smaller ? Why?)(1+1=2)

Ans. स्थिर तापक्रम पर निश्चित मात्रा वाली गैस का आयतन उस पर आरोपित दबाव के व्युत्क्रमानुपाती होता है। जल की गहराई में दबाव अधिक होता है जबकि जल की सतह पर दबाव कम होता है। जब एक हवा का बुलबुला एक एक्वेरियम में नीचे से ऊपर उठता है तो हवा के बुलबुले पर दबाव क्रमशः कम होता जाता है जिसके फलस्वरूप हवा के बुलबुले का आकार बड़ा होता जाता है।

3. बॉयल और चार्ल्स के नियम में गैस की मात्रा को निश्चित क्यों रखा जाता है? (Why mass of a gas is kept constant in Boyle's and Charle's law ?)

Ans. बॉयल और चार्ल्स के नियम में गैस की मात्रा को निश्चित रखने का कारण किसी गैस की मात्रा पर ही गैस का आयतन तथा दबाव निर्भर करता है। मात्रा में परिवर्तन करने पर आयतन तथा दबाव भी बदलने लगते हैं। स्थिर तापमान और दबाव पर गैस की मात्रा में परिवर्तन करने पर आयतन बदल जाता है। इसी प्रकार स्थिर तापक्रम और आयतन पर गैस की मात्रा बढ़ाने से दबाव बढ़ जाता है तथा मात्रा कम करने से दबाव घट जाता है|

**पार्श्विक विस्थापन से आप क्या समझते हैं? (What do you mean by Lateral displacement?)
Ans. किसी कांच की आयताकार सिल्ली के किसी एक सतह पर आपतित किरण जब उस सतह के समानान्तर विपरीत सतह से निर्गत होती है, तो आपतित किरण अपने पूर्व पथ से हट जाती है। परन्तु अपनी दिशा के समानान्तर ही रहती है। आपतित किरण और निर्गत किरण के बीच की लम्बवत दूरी को पार्श्विक विस्थापन कहते हैं।

**. किसी लेंस की फोकस दूरी एवं उसकी क्षमता में क्या सम्बन्ध है? (What is the relation between focal length and the power of a lens?)
Ans. किसी लेन्स की क्षमता उस लेंस की फोक्स दूरी का व्युत्क्रम होता है, जब फोकस दूरी को मीटर में प्रदर्शित किया गया हो।
यानि क्षमता (P)= 1/f(meter में ) =100/f( से. मी. में)
इसकी इकाई S.I में m–¹ होती है जिसे डॉयप्टर (Dioptre) कहते हैं।

*. प्रकाश के अपवर्तन से आप क्या समझते हैं? (What do you mean by refraction of light?) Ans. जब प्रकाश की किरणें एक पारदर्शी समांगी माध्यम से दूसरे पारदर्शी माध्यम में तिरछी प्रवेश करती हैं, तो दोनों माध्यमों के संस्पर्श तल से अपने पहले पथ से मुड़ जाती हैं तथा नये पथ का अनुसरण करती हैं। प्रकाश की किरणों का दूसरे माध्यम में दिशा बदल कर प्रवेश करने की घटना को प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of light) कहते हैं।

**. पराबैगनी किरण एवं x किरण का एक-एक उपयोग लिखिए। (Give one use of ultra violet rays and X-rays each.)

Ans. पराबैगनी किरणें (Ultra Violet Rays) - उपयोग- (i) अदृश्य लिखावट, अंगुली छाप (Finger print) के अभिज्ञान (Detection) में उपयोग किया जाता है।

X-किरणें (X-Rays) :- उपयोग - (i) चिकित्सा में शरीर की अस्थियों के टूट-फूट अन्य भीतरी अंगों के रोगों का पता लगाने में प्रयोग किया जाता है।

***. सूर्योदय और सूर्यास्त पर सूर्य लाल क्यों दिखाई देता है? (Why do we see red sun at sunrise and sunset?)
Ans. सूर्योदय या सूर्यास्त के समय सूर्य का रंग लाल दिखाई देने का कारण :- सूर्योदय और सूर्यास्त के समय, वायुमण्डल से होकर सूर्य के प्रकाश को अधिक दूरी तय करनी पड़ती है और इसे अधिक कणों से होकर गुजरना पड़ता है, जो मुख्यतः नीले रंग को प्रकीर्णित कर देते हैं। अतः जो बचा हुआ प्रकाश हमारी आँखों तक आता है, उसमें मुख्यतः लाल रंग होता है। यही कारण है कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य लाल दिखाई पड़ता है।

**. तारे टिमटिमाते हैं, पर ग्रह नहीं। क्यों? (Stars twinkle but planets do not twinkle. Why?)
Ans. तारे बहुत दूर हैं। उनसे आने वाला प्रकाश बहुत कम होता है। अत: उनकी दिशा में यदि थोड़ा-सा भी परिवर्तन हो तो पता चलता है। वायुमण्डल के विभिन्न सत के वर्तनांक में परिवर्तन होते रहने से आँख पर पड़ने वाली किरणों की दिशा में भी सदैव परिवर्तन होता है। तारों की स्थिति दर्शक के लिए स्थिर नहीं रहती जिससे तारे टिमटिमाते नजर आते हैं।

तारों को अपेक्षा ग्रह पृथ्वी के काफी नजदीक है। उनसे आने वाले प्रकाश का परिमाण अधिक होता है जिसके कारण उनकी दिशा में होने वाले परिवर्तन का पता नहीं चलता है और वे स्थिर नजर आते हैं।

**. सिलियरी पेशियों के कार्य प्रणाली का वर्णन करें। (Explain the working process of ciliary muscles.)
Ans. सिलियरी पेशियों के फैलने और सिकुड़ने से नेत्र-लेंस की फोकस दूरी बदलती है, जिससे हर स्थिति में प्रतिबिम्ब रेटिना पर हो बनता है। अब ये पेशियाँ सिकुड़ती है, तो नेत्र-लेंस को फोकस दूरी बढ़ जाती है और जब फैलती है, तो दबाब के कारण लेंस मोटा हो जाता है और उसकी फोकस दूरी घट जाती है। इस प्रकार सिलियरी पेशियों कार्य करती हैं।

**. आँख के काफी नजदीक कोई वस्तु रखने पर साफ दिखाई नहीं देता है, क्यों ? (Why can't we see an abject clearly when placed very close to the eye?)

Ans. जब वस्तु को काफी नजदीक रखा जाता है, तो आंख की सिलियरी पेशिया नेत्र-लेंस की फोकस दूरी को संतुलित नहीं कर पाती और प्रतिबिम्ब रेटिना के पीछे बनती है, जिससे प्रतिबिम्ब अस्पष्ट हो जाता है।

**. कोणीय विचलन क्या है ? उदाहरण दें। (What is angular deviation? Give example.)
Ans. दो रंगों की निर्गत किरणों के बीच का कोण उन दोनों रंगों के लिए कोणीय विचलन (Angular deviation) कहलाता है। माना कि बैंगनी तथा लाल रंगों के बीच कोणीय विचलन से (थीटा)Θ है। यदि δv और δR क्रमशः बैंगनी और लाल रंग की किरणों का न्यूनतम विचलन कोण हैं, तो उनके बीच कोणीय विचलन(Angular deviation ) Θ =δv- δR होगा।

**. कोणीय विचलन किन बातों पर निर्भर करता है? (On what factors does the angular deviation depend?)
Ans. कोणीय विचलन प्रिज्म के वर्तन कोण और उसके वर्त्तनांक पर निर्भर करता है।
**. किसी उत्तल लेंस के प्रकाशीय केन्द्र से क्या समझते हैं ? (What is meant by the optical centre of a convex lens?)

Ans. प्रकाश केन्द्र (Optical centre) • लेन्स के मध्य में प्रधान अक्ष पर स्थित वह बिन्दु जिससे होकर गुजरने वाली प्रकाश की किरणें वर्तन के पश्चात् लेंस के दूसरे तल से निर्गत होते समय अपनी दिशा परिवर्तित नहीं करती है। अत: O लेंस का प्रकाश केन्द्र है।

***पराबैंगनी किरण, गामा किरण तथा एक्स किरण का एक-एक हानिकारक प्रभाव लिखें।(3)

Ans. पराबैगनी किरण का हानिकारक प्रभाव :- वायुमण्डल के अणुओं को आयनीकृत कर देता है जिससे आयनमण्डल का निर्माण होता है।
(गामा) किरण का हानिकारक प्रभाव :- यह शरीर के उत्तकों को मार डालती है।
X - rays का हानिकारक प्रभाव :- गैसों से गुजरने पर उन्हें आयनीकृत कर देती है।





















Comments

  1. Thank you sir. Apne ya chota sa mcq question bhejkar student ki bari help ki hain apne thankyou sir 🙏

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