Class 7 Science Notes

 Class 7  Science Notes

पाठ-1.1
ताप



























पाठ-1.2

प्रकाश










(6)-छाया की आकृति एवं प्रकृति किन-किन बातों पर निर्भर करती है?
उत्तर : निम्नलिखित बातों पर छाया की आकृति एवं प्रकृति निर्भर करती है 1. प्रकाश स्रोत का आकार 2.अपारदर्शी वस्तु का आकार 3. प्रकाश स्रोत एवं वस्तु की बीच की दूरी
4. अपारदर्शी वस्तु से पर्दा की दूरी।

उत्तर-:

उत्तर-:
उत्तर:-

उत्तर-:




















पाठ-1.3

चुम्बक





C.- संक्षिप्त उत्तर वाले प्रश्न

1-चुम्बक किसे कहते हैं?

उत्तर : वे पदार्थ जिनमें लोहे के टुकड़े को अपनी तरफ आकर्षित करने का गुण तथा स्वतंत्रतापूर्वक लटकाने से हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में ठहरने का गुण होता है, चुम्बक कहलाता है।

2- चुंबकत्व किसे कहते हैं?

उत्तर : जिस गुण के कारण चुम्बक लोहे के टुकड़े को अपनी तरफ आकर्षित करता है, चुम्बकत्व कहलाता है।


3-चुम्बकीय एवं अचुम्बकीय पदार्थ से क्या समझते हो?

उत्तर : चुम्बकीय पदार्थ : वे वस्तुएँ जिनका चुम्बक बनाया जा सकता है और जिनको चुम्बक अपनी तरफ आकर्षित कर सकता है, चुम्बकीय पदार्थ कहलाता है। जैसे—निकेल, लोहा, कोबाल्ट आदि।

अचुम्बकीय पदार्थ : वे वस्तुएँ जिनको चुम्बक अपनी ओर आकर्षित नहीं कर सकते ,उन्हें अचुम्बकीय पदार्थ कहते हैं। जैसे-पेपर, प्लास्टिक आदि।

4-प्राकृतिक चुम्बक एवं कृत्रिम चुम्बक से क्या समझते हो?

उत्तर : प्राकृतिक चुम्बक : प्रकृति में पाये जाने वाले चुम्बक को प्राकृतिक चुम्बक कहते हैं। यह लोहे का एक अयस्क है जिसे मैग्नेटाइट  कहते हैं।

कृत्रिम चुम्बक : चुम्बकीय पदार्थों को कृत्रिम विधियों से चुम्बक बनाया जाता है जिसे कृत्रिम चुम्बक कहते हैं।

5-चुम्बक के गुणों को लिखो।

उत्तर : चुम्बक में दो गुण होते हैं-(i) आकर्षण करने का गुण, (ii) दैशिक गुण या दिशा निर्धारण गुण ।

6- चुम्बक के दैशिक गुण से क्या समझते हो?

उत्तर : स्वतंत्रता पूर्वक डुबाये या लटकाये गये चुम्बक का उत्तर- दक्षिण दिशा में स्थिर रहने के गुण को चुम्बक का दैशिक गुण कहते हैं।

7-चुम्बक के चुम्बकीय क्षेत्र, चुम्बकीय ध्रुव, चुम्बकीय अक्ष एवं उदासीन क्षेत्र से क्या समझते हो? 

उत्तर : चुम्बकीय क्षेत्र : किसी चुम्बक के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमें चुम्बक के आकर्षण शक्ति का प्रभाव पड़ता है, उस चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र कहलाता है।

चुम्बकीय ध्रुव : चुम्बक के सिरों के समीप वे दो विन्दु जहाँ आकर्षण शक्ति सबसे अधिक होती है, चुम्बकीय ध्रुव कहलाते हैं।

चुम्बकीय अक्ष : किसी चुम्बक के उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव को मिलानेवाली रेखा को चुम्बकीय अक्ष कहते हैं ।

उदासीन क्षेत्र: चुम्बक के बीच का वह भाग जहाँ आकर्षण क्षमता शून्य होती है उसे उदासीन क्षेत्र कहते हैं।


8-कबूतर किस प्रकार अंधेरे में भी अपने घोंसले में लौट आता है? 
उत्तर : कबूतर की खोपड़ी या मस्तिष्क में एक छोटा सा काले रंग का होल बना होता है, जिसमें मैग्नेटाइट नामक एक तरह का चुम्बकीय वस्तु होता है। इसी के सहारे से बादल से ढके अंधेरे में कोई परिचित चिह्न न पाकर भी कबूतर घोंसले में लौट आते हैं ।

9-साधारण चुम्बक की अपेक्षा विद्युत चुम्बक सुविधाजनक होता है, क्यों?

उत्तर : 1. विद्युत चुम्बक के चुम्बकीय शक्ति विद्युत धारा को कम-ज्यादा कर बढ़ा-घटा सकते हैं किन्तु साधारण चुम्बक में यह संभव नहीं है। 
2. विद्युत चुम्बक की शक्ति साधारण चुम्बक से बहुत अधिक होता है।

3. विद्युत चुम्बक में विद्युत धारा की मात्रा कम कर या बन्द कर इच्छा के अनुसार प्रयोग करते हैं। किन्तु साधारण चुम्बक में यह संभव नहीं है।


13-क्यूरी बिन्दु (Curie Point)से क्या समझते हो? 

क्यूरी बिन्दु (Curie Point):- वह तापक्रम जिसके ऊपर किसी चुम्बक को गर्म करने पर वह अपनां चुम्बकत्व हमेशा के लिए खो देता है, उस तापक्रम को क्यूरी बिन्दु कहते हैं ।

  जैसे लौह चुम्बक का क्यूरी बिन्दु 770° C है। निकेल चुम्बक का क्यूरी बिन्दू 400°C है । कोबाल्ट चुम्बक का क्यूरी बिन्दू 1075°C है ।
14-  चुम्बक का आकर्षण गुण किसे कहते हैं?

आकर्षण गुण : वह गुण जिसके कारण कोई चुम्बक अन्य चुम्बकीय पदार्थ (लोहा, निकेल, कोबाल्ट) को आकर्षित करता है, उसे चुम्बक का आकर्षण गुण कहते हैं।






25)पृथ्वी एक चुम्बक है, सिद्ध करो।

उत्तर : पृथ्वी एक विशाल चुम्बक है इसे निम्न तथ्यों द्वारा सिद्ध कर सकते हैं- 

(i) जब एक चुम्बक को उसके मध्य से एक धागे द्वारा बाँधकर स्वतंत्रतापूर्वक लटकाते हैं, विरामावस्था में आने पर उस लटकते चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को आकर्षित करने के लिए भौगोलिक उत्तर दिशा में पृथ्वी के चुम्बकत्व का दक्षिणी ध्रुव तथा लटकते चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव को आकर्षित करने के लिए भौगोलिक दक्षिण की तरफ पृथ्वी के चुम्बकत्व का उत्तरी ध्रुव स्थित है। 
(ii) जब एक लोहे के छड़ को ऊर्ध्वाधर जमीन में गाड़ दिया जाता है तो कुछ दिनों के बाद वह चुम्बक बन जाता है इससे स्पष्ट होता है कि पृथ्वी एक विशाल चुम्बक है जिसके प्रेरण के कारण लोहे का छड़ चुम्बक बन जाता है। उत्तरी गोलार्द्ध में छड़ के नीचे वाले सिरे पर दक्षिणी ध्रुव उत्पन्न हो जाता है।
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पाठ-1.4

विद्युत



C.संक्षिप्त उत्तर दो--:



1) विद्युत सेल क्या है?

उत्तर : जिस व्यवस्था के माध्यम से रासायनिक शक्ति विद्युत शक्ति में रूपान्तरित होती है उसे विद्युत् सेल कहते हैं।

2) विद्युत बल्ब फ्यूज हो जाने पर बल्ब नहीं जलता है, क्यों? 

उत्तर : विद्युत् बल्ब फ्यूज हो जाने पर विद्युत् का फिलामेंट बीचों-बीच कट जाता है जिससे विद्युत् धारा का परिपथ पूर्ण रूप से संपूर्ण नहीं होता। इसलिए फ्यूज बल्ब नहीं जलता।

3) विद्युत चालक से क्या समझते हो? उदाहरण दो।

उत्तर : वे पदार्थ जिनसे होकर सुगमतापूर्वक विद्युत का परिवहन हो सकता है, चालक कहलाते हैं। जैसे–चाँदी, ताँबा, मनुष्य का शरीर,नम वायु, ग्रेफाइट, लोहा, मिट्टी।

4) विद्युत कुचालक से क्या समझते हो? उदाहरण दो।

उत्तर : साधारण अवस्था में जिन पदार्थों से होकर विद्युत का परिवहन नहीं होता उन्हें कुचालक पदार्थ कहते हैं।
जैसे-रबड़, प्लास्टिक, काँच, तागज।

5) अति उत्तम चालक का उदाहरण लिखो।

उत्तर : सिल्वर (चाँदी) सबसे अच्छा चालक है।

6) खुला एवं बन्द परिपथ से क्या समझते हो?

उत्तर : खुला परिपथ : जब सेल के दोनों ध्रुवों को बाहर से किसी ताँबे के तार द्वारा संबंधित नहीं किया जाता है तो परिपथ खुला कहलाता है। ऐसी अवस्था में बाहरी परिपथ में विद्युत धारा का प्रबाह नहीं होता ।

बन्द परिपथ : जब सेल के दोनों ध्रुवों को एक ताँबे के तार द्वारा जोड़ दिया जाता है तो संपूर्ण परिपथ में विद्युत् धारा प्रवाहित होने लगती है। इस अवस्था को बंद परिपथ कहते हैं।

7) फ्यूज तार की दो विशेषताएँ लिखिए। 

उत्तर : 1. फ्यूज तार उच्च प्रतिरोधी होता है। 2. फ्यूज तार का गलनांक कम होता है। 

8). फ्यूज तार किस प्रकार कार्य करता है?

उत्तर : किसी भी वैद्युतिक सर्किट की सुरक्षा के लिए फ्यूज तार का प्रयोग होता है। इस फ्यूज तार में से होकर विद्युत् सर्किट में प्रवेश करता है। बहुत कम उष्णता पर फ्यूज तार गल जाता है। किसी कारणवश बहुत अधिक परिणाम में विद्युत् आने पर फ्यूज तार गर्म हो जाता है एवं गल जाता है, जिससे परिपथ टूट जाता है एवं विद्युत् प्रवाह बंद हो जाता है। फ्यूज तार पुनः बदल दिया जाता है । 

9) विद्युत चुंबक के विभिन्न उपयोगों को लिखो। 

उत्तर : 1. इलेक्ट्रिक कॉलिंग बेल में विद्युत चुम्बक का प्रयोग होता है।
2. लाउडस्पीकर बनाते समय विद्युत चुम्बक का उपयोग होता है।
3. इलेक्ट्रिक क्रेन में विद्युत चुम्बक का प्रयोग होता है।
4. आँख में चुम्बकीय पदार्थ के कण पड़ जाने से उसे निकालने के लिए विद्युत चुम्बक से बना यंत्र का प्रयोग होता है। 
5. मोटर बनाने एवं टेलीफोन में विद्युत चुम्बक का प्रयोग होता है।

10) विद्युत चुम्बक कैसे बनाया जाता है? 

उत्तर : जब किसी चुम्बकीय पदार्थ (लोहा, निकेल, कोबाल्ट) पर तार लपेट कर उस तार से विद्युत प्रवाहित करने पर चुम्बकीय पदार्थ चुम्बक में परिणत हो जाता है। विद्युत् प्रवाह बंद करने पर वह चुम्बक नहीं रहता।


11)  प्राईमरी सेल' या डिस्पोजेबल सेल क्या है?

उत्तर : प्राईमरी सेल' या डिस्पोजेबल सेल -
टॉर्च के सेल में रासायनिक पदार्थ रहता है। इस रासायनिक पदार्थ के उपयोग से रासायनिक शक्ति विद्युत शक्ति में रूपांतरित हो जाती है। इस सेल को 'प्राईमरी सेल' या डिस्पोजेबल सेल कहते है।

12)बटन सेल क्या है?

उत्तर :बटन सेल-इलेक्ट्रिक हाथ की घड़ी में जो 'सेल' रहता है, वह देखने में बहुत कुछ बटन के समान है। इसे बटन सेल (Button Cell) कहते है।)

13)फिलामेंट क्या है?

उत्तर :फिलामेंट-टॉर्च का स्विच ऑन करने पर बल्ब का जो हिस्सा जल जाता है, उसे फिलामेंट कहते है।

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पाठ-1.5




पाठ-2






B.
अति संक्षिप्त उत्तर दो

1. एक सरल रैखिक गति का उदाहरण दें।
उत्तर : स्केल की धार के बराबर पेंसिल से सीधी पेंसिल के शीर्ष के अग्रभाग की गति।

2. एक घूर्णन गति का उदाहरण दो।

उत्तर : लट्टू का घूमना।

3. चाल की इकाई क्या है?

उत्तर : मीटर / सेकेंड  (S.I. पद्धति में)

4. वेग की इकाई क्या है?

उत्तर : मीटर / सेकेंड (S. I. पद्धति में)

5. वेग कौन सी राशि है-भेक्टर या स्केलर?

उत्तर : भेक्टर।

6. वेग एवं विस्थापन में संपर्क लिखो।

उत्तर : वेग = विस्थापन/समय

7. C. G. S. एवं S. I. पद्धति में वेग की इकाई लिखो।

उत्तर : वेग की इकाई C.G.S. पद्धति में : से०मी०/सेकेण्ड।

वेग की इकाई S.I. पद्धति में : मीटर/सेकेण्ड।

8. बल की SI पद्धति में इकाई क्या है?

उत्तर : न्यूटन।

9. न्यूटन एवं डाइन में क्या संबंध है?

उत्तर : 1 न्यूटन =  105 डाइन।

10. त्वरण किसे कहते हैं?

उत्तर : त्वरण (Acceleration) or Positive acceleration - किसी गतिशील वस्तु के वेग परिर्वतन की दर को त्वरण कहते हैं ।
या, इकाई समय में किसी गतिशील वस्तु के वेग में जो वृद्धि होती है उसे त्वरण कहते हैं ।

11.त्वरण की C.G.S. पद्धति में इकाई क्या होती है?

उत्तर : cm/sec2

12. त्वरण की S. I. पद्धति में इकाई क्या होती है?

उत्तर :m/sec2

13. शक्ति किसे कहते हैं?
उत्तर : कार्य करने की दर को शक्ति कहते हैं ।

14. S. I. पद्धति में कार्य की इकाई क्या है?

उत्तर : जूल।

15. कार्य का परिमाण एवं प्रयुक्त बल में क्या संबंध है?

उत्तर : कार्य = प्रयुक्त बल X प्रयुक्त बल के प्रभाव से वस्तु का विस्थापन।

16. न्यूटन का तीसरा नियम लिखें।

उत्तर : प्रत्येक क्रिया के बराबर एवं विपरीत प्रतिक्रिया होती है।

17. रॉकेट न्यूटन के किस गति के नियम का पालन करता है?
उत्तर : तीसरा नियम।

18. जूल एवं अर्ग में क्या संबंध है?

उत्तर : 1 जूल = 107अर्ग।

19. कार्य की C. G. S. पद्धति में क्या इकाई है?

उत्तर : अर्ग।

20. कार्य किसे कहते हैं?

उत्तर : जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाय और बल का लगाव विन्दु लगाये गये बल की दिशा में स्थानांतरित हो जाय, तो उसे कार्य का होना कहा जाता है।

21. न्यूटन के किस नियम से बल का परिमाण ज्ञात किया जाता है?

उत्तर : न्यूटन के दूसरे नियम से ।

22. विस्थापन कौन-सी राशि है?

उत्तर : दैशिक राशि ।

23. बल किसे कहते हैं?

उत्तर : बल (Force) -बल वह बाहरी कारक है जो किसी वस्तु पर लगाने से उस वस्तु की अवस्था बदल दे या बदलने की चेष्टा करे।

24. कार्य कौन-सी राशि है?

उत्तर : कार्य एक अदैशिक राशि है।

25.त्वरण कौन-सी राशि है?

उत्तर : त्वरण एक दैशिक (Vector) राशि है।

26.बल कौन-सी राशि है? 

उत्तर :बल एक दैशिक राशि (vector quantity) है।


C.)संक्षिप्त उत्तर दो 

पूर्णांक 2

1. चाल और वेग से क्या समझते हो?

उत्तर : चाल : किसी गतिमान वस्तु के द्वारा इकाई समय में तय की गई दूरी को उस वस्तु की चाल कहते हैं। यह अदैशिक राशि  है।

 वेग : किसी गतिमान वस्तु के द्वारा इकाई समय में किसी निश्चित दिशा में तय की दूरी को उस वस्तु का वेग कहते हैं । यह दैशिक राशि है।

2. चाल और वेग में अंतर लिखें।


3. न्यूटन के गति के नियमों को लिखो।


उत्तर : न्यूटन के गति के तीन नियम


 प्रथम नियम :-यदि कोई वस्तु स्थिर है तो वह स्थिर ही रहेगी तथा सरल रेखा में समरूप गति से गतिशील है तो हमेशा गमन करती रहेगी, जब तक किसी बाहरी बल द्वारा उसकी अवस्था परिवर्तन के लिए बाध्य न किया जाय।


 द्वितीय नियम :-किसी वस्तु का संवेग परिवर्तन की दर लगाये गये बल के समानुपाती होता है और यह परिवर्तन उसी दिशा में कार्य करता है जिस दिशा में बल लगाया जाता है।


तीसरा नियम  :-प्रत्येक क्रिया के बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।

 



4.कार्य का माप कैसे करोगे?

उत्तर :किसी वस्तु पर लगाये गये बल से होने वाले कार्य की माप उस वस्तु पर लगाये गये बल तथा लगाव बिन्दु से स्थानान्तरण के गुणनफल से की जाती है ।


अर्थात् कार्य-बलx बल की दिशा में विस्थापन 

W = Fxd. 


5. कार्यहीन बल किसे कहते हैं? उदाहरण दें ।


उत्तर : कार्यहीन बल (No work force) - जब कोई बल वस्तु के   (Displacement) के लम्बवत् कार्य करता है तो उस बल को कार्यहीन बल(No work force) कहते हैं।


उदाहरण (Example) - 1-जब कोई व्यक्ति अपने हाथ में अटैची लेकर चलता है तो व्यक्ति द्वारा कोई कार्य सम्पन्न नहीं होता । क्योंकि अटैची का विस्थापन तथा अटैची का भार (Weight) एक दूसरे के लम्बवत् हैं, अतः यहाँ पर कार्यकारी बल कार्यहीन बल हुआ । अतः व्यक्ति द्वारा कोई कार्य नहीं होता है ।

 2- पृथ्वी का सूर्य के चारों तरफ घूमना भी कार्यहीन बल कहलाता है ।


6-C. G. S. एवं S. I. पद्धति में बल की इकाई लिखो।


उत्तर :बल की C. G. S. पद्धति में इकाई डाइन (Dyne) है। बल की S. I. पद्धति में इकाई न्यूटन है ।



7. जूल की परिभाषा दो।


उत्तर : किसी वस्तु पर 1 न्यूटन का बल लगाने से वस्तु बल की दिशा में 1 मीटर विस्थापित हो जाय तो किया गया कार्य 1 जूल कहलाता है।


 8. पंख फड़फड़ाना बंद करके भी पक्षी कौआ कैसे तैरते हुए आगे बढ़ जाता है?


 उत्तर : पक्षी जब उड़ता हुआ रहता है, तब वह गतिशील रहता है,जिससे पक्षी के उड़ते-उड़ते पंखों को फड़फड़ाना बंद कर देने पर भी उसका सारा शरीर गति जड़त्व के कारण उसी वेग से गतिशील रहना चाहती है, जिससे पक्षी पंखों को बिना फड़फड़ाये कुछ दूर तक आगे जा सकता है।


9. न्यूटन एवं डाइन की परिभाषा लिखें । 


उत्तर : न्यूटन :  न्यूटन वह बल  है जो 1Kg मात्रा वाली वस्तु पर लगाने से उसमें 1 m/sec2 का त्वरण उत्पन्न कर दें।


डाइन : डाइन वह बल है जो एक gm मात्रा वाली वस्तु पर लगाने से 1 cm/sec2 का त्वरण उत्पन्न कर दें।


 10. विस्थापन किसे कहते हैं?


उत्तर :विस्थापन (Displacement) - किसी निश्चित दिशा में, गतिशील वस्तु की प्रारम्भिक (Initial) तथा अन्तिम (Final) स्थिति के बीच की सबसे न्यूनतम दूरी को उस वस्तु का विस्थापन कहते हैं।



























C. संक्षिप्त उत्तर वाले प्रश्न

Imp.1. एक आदर्श जड़ के क्या-क्या अंश होते हैं?

उत्तर : (i) मूलन क्षेत्र (ii) वर्धनशील क्षेत्र (iii) मूलरोम क्षेत्र (iv) स्थायी क्षेत्र ।


2. तना का कार्य लिखें। आरोही तना किसे कहते हैं? 

उत्तर : तना का कार्य 

(i) तना हरा होने पर भोजन का निर्माण करता है।

(ii) तना खाद्य संचय करता है।

(iii) प्रजनन में मदद करता है (गुलाब, गेंदा)


आरोही तना : दुर्बल तना वाले पौधे जो किसी आलम्ब के सहारे ऊपर उठता है, आरोही तना कहलाता है। इनके पर्व से अस्थानिक जड़ें निकलती है। 

जैसे—मटर, कुम्हड़ा।


 3. एक आदर्श पत्ता में कौन-कौन सा भाग होता है?

उत्तर : (i) पत्रमूल (ii) पत्रवृन्त (iii) पत्रफलक । 11. रूपांतरित तना किसे कहते हैं? उदाहरण दें।


Lesson-3





















Lesson-7 










Lesson-8





























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