Class 9 Geography notes

 Class 9 Geography notes

Lesson-1












Lesson-2







(c) पृथ्वी पर दिन-रात छोटे बड़े क्यों होते हैं? सचित्र वर्णन कीजिए ।



3)-  कोरियॉलिस प्रभाव का वर्णन कीजिए ।

उत्तर-
कॉरिऑलिस प्रभाव (Coriolis effect)-  
पृथ्वी के परिभ्रमण या आवर्तन के कारण हवाओं एवं समुद्री धाराओं की दिशा में विचलन हो जाता है। इस परिवर्तनकारी बल को विक्षेप बल या कोरिओलिस बल कहते हैं। 
 इस बल के कारण ही उत्तरी गोलार्द्ध में हवाएँ एवं सागरीय धाराएँ दाहिनी ओर तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में बायीं ओर मुड़ जाती हैं। इसे ही कोरिओलिस प्रभाव
 कहते हैं।




*
*









b)छाया वृत्त या प्रकाश वृत्त क्या है ?
Ans. पृथ्वी पर प्रकाश एवं अन्धकार के क्षेत्र को अलग करने वाली रेखा (वृत्त) को प्रकाश वृत्त या छाया वृत्त कहते हैं।
(c) सौर दिवस किसे कहते हैं ?
Ans. जितने समय में मध्याह्न कालीन सूर्य पृथ्वी के किसी स्थान को उत्तरोत्तर दो बार पार करता है उस समय को सौर दिवस कहते हैं।
 सौर दिवस की औसत लम्बाई 24 घण्टे होती है। 
 
(d) नक्षत्र दिवस क्या है?
Ans. जितने समय में कोई सुदूर नक्षत्र पृथ्वी के किसी स्थान को क्रम से दो बार पार करता है, उस समय
को नक्षत्र दिवस कहते हैं। 
एक नक्षत्र दिवस की लम्बाई 23 घण्टे 56 मिनट 24 सेकेण्ड होती है। 
(e) उपसौर बिन्दु से आप क्या समझते हैं?
Ans. वह बिन्दु जहाँ सूर्य की किरणें लम्बवत पड़ती है उपसौर बिन्दु कहलाता है ।
 (f) भू-कक्ष क्या है? 
 
 Ans. पृथ्वी जिस निश्चित मार्ग से होकर सूर्य की परिक्रमा करती है उसे भू-कक्ष कहते हैं। यह भू कक्ष अण्डाकार है।
(g) विषुव (Equinox) का क्या तात्पर्य है ?
Ans. विषुव (Equinoxes) वे दिन हैं, जब सूर्य की किरणें भूमध्य -रेखा पर लम्बवत् चमकती हैं और सम्पूर्ण विश्व में रात-दिन की लम्बाई समान (12-12 घण्टे) होती है। Equinox शब्द लैटिन भाषा के (Equs) अर्थात् 'समान' एवं (nox) अर्थात् 'रात' शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है 'समान रात्रि' ।
(h)अर्धरात्रि का सूर्य किसे कहते हैं?
Ans. अर्द्धरात्रि का सूर्य (Mid-night Sun) - ध्रुवीय प्रदेशों में ग्रीष्म काल में अर्द्धरात्रि के समय दिखाई पड़ने वाले सूर्य को अर्द्धरात्रि का सूर्य (Mid-night Sun) कहते हैं। उत्तरी ध्रुव वृत्त (Arctic Circle) पर स्थित नार्वे में ऐसा ही होता है। वहाँ विश्व के अन्य भागों के लोग अर्द्धरात्रि का सूर्य देखने के लिए आया करते हैं। इसलिए नार्वे को अर्धरात्रि के सूर्य का देश (Land of midnight sun) कहते हैं।
 (i) महाविषुव क्या है?
 
Ans. बसंत विषुव (Vernal Equinox) : - 21 मार्च को सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर लम्ववत् चमकती हैं । इस दिन प्रकाश चक्र सभी अक्षांश रेखाओं को दो समान भागों में विभाजित करता है । अतः इस दिन सम्पूर्ण विश्व में दिन और रात की लम्बाई समान (12-12 घंटे की) होती है । इस समय उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत ऋतु होती है । अत: पृथ्वी की 21 मार्च की स्थिति को महाविषुव (Vernal Equinox) या वसंत विषुव (Spring Equinox) कहते हैं।
(i) संक्रांति से आप क्या समझते हैं?
Ans. संक्रांति (Solstice) - पृथ्वी की अक्ष-रेखा (कीली) कक्ष-तल पर सीधी न खड़ी होकर लम्ब अवस्था से 23½° झुकी हुई है। अत: सूर्य  23½° उत्तरी एवं 23½° दक्षिणी अक्षांश रेखाओं से वाहर कभी भी लम्बवत् नहीं चमकता है। पृथ्वी की वार्षिक गति की वह अवस्था जब सूर्य 23½° उत्तरी या 23½°दक्षिणी रेखाओं पर लम्बवत चमकता है, उसे संक्रांति कहते हैं।









d) ऋतु परिवर्तन के कारणों का सचित्र वर्णन कीजिए।


Ans.




Book 
D-10-,E-4-ग्रहीय हवाएं क्या है?
Ans-वे पवनें जो कि वर्षपर्यन्त एक निश्चित दिशा की तरफ प्रवाहित होती हैं, ग्रहीय पवनें कहलाती हैं। 

Lesson-3












1. (a) अक्षांश किसे कहते हैं?
 (b) 'देशान्तर' शब्द से आप स्या समझते हैं ? 

Ans. (a) अक्षांश (Latitude) :- भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण किसी स्थान विशेष को कोणात्मक दूरी को अक्षांश कहते हैं।

(b) देशान्तर (Longitude) :- मुख्य मध्याह्न रेखा के पूर्व या पश्चिम किसी स्थान विशेष की कोणात्मक दूरी को देशान्तर कहते हैं।

2. अक्षांश और देशान्तर में अन्तर बताओं। 
 Ans.अक्षांश और देशान्तर में अन्तर



3. अक्षांश रेखा एवं देशान्तर रेखा से आप क्या समझते हैं? 

Ans. अक्षांश रेखा (Parallel of latitude) :- भूमध्य रेखा से समान कोणिक दूरी अर्थात् समान अक्षांश के स्थानों को मिलाते हुए पश्चिम से पूर्व खींची गयी कल्पित रेखा को अक्षांश रेखा (Line of latitude) कहते हैं। ये रेखायें भूमध्य रेखा के समानान्तर होती है अंत: इन्हें 'समानान्तर अक्षांश रेखायें' (Parallels
of Latitudes) या समानान्तर रेखाएँ (Parallels) भी कहते हैं।

देशान्तर रेखा (Meridian of Longitude) :- मुख्य मध्याह्न रेखा से समान कोणिक दूरी या समान देशान्तर के स्थानों को मिलाते हुए उत्तर से दक्षिण खींची गयी कल्पित रेखा को देशान्तर रेखा (Meridian of Longitude) कहते हैं।


4.अक्षांश व देशान्तर रेखाओं की विशेषताएँ बताओ। 

Ans. अक्षांश रेखाओं की विशेषताएँ - (1) अक्षांश रेखाएँ भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण समान कोणिक दूरी पर खींची गयी हैं। (2) ये रेखाएँ पश्चिम से पूर्व खींची गयी मान ली गयी हैं । (3 ) ये रेखाएँ पूर्ण वृत्त होती हैं । (4) ये रेखाएँ आपस में समानान्तर होती हैं । (5) भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण जाने पर अक्षांश रेखाओं की लम्बाई क्रमशः कम होती जाती है। भूमध्य रेखा सबसे बड़ी अक्षांश रेखा है, जबकि ध्रुवों की लम्बाई विन्दुमात्र है। (6) ये रेखाएँ भूमध्य रेखा से 90° उत्तर या 90° दक्षिण तक खींची गयी हैं। (7) अक्षांश रेखा स्थान की जलवायु तथा दिन-रात की लम्बाई की जानकारी मिलती है । द्वारा किसी

देशान्तर रेखाओं की विशेषताएँ :- (1) ये रेखाएँ मुख्य मध्याह्न रेखा से पूर्व या पश्चिम समान कोणिक दूरी पर खींची गयी हैं। (2) ये रेखाएँ दोनों ध्रुवों को मिलाती हुई उत्तर से दक्षिण खींची गयी हैं । (3) ये रेखाएँ अर्द्धवृत्त होती हैं। (4) ये रेखाएँ आपस में समानान्तर नहीं होती हैं। भूमध्य रेखा से दूर जाने पर इनके बीच की दूरी क्रमश: कम होती जाती है। भूमध्य रेखा पर इनके बीच की दूरी सबसे अधिक तथा ध्रुवों पर शून्य है। (5) सभी देशान्तर रेखाओं की लम्बाई समान होती है। (6) ये रेखाएँ मुख्य मध्याह्न रेखा से 180° पूर्व तथा 180° पश्चिम तक खींची गयी हैं। (7) एक ही देशान्तर रेखा के सभी स्थानों पर मध्याह्नकाल एक साथ ही होता है । एक ही देशान्तर रेखा के सभी स्थानों पर स्थानीय समय एक समान ही होता है ।


5.अक्षांश एवं देशान्तर रेखाओं में क्या अन्तर हैं ? 

Ans. अक्षांश व देशान्तर रेखाओं में अन्तर



6.अक्षांश एवं देशान्तर रेखाओ के क्या उपयोग हैं ? 

Ans.

अक्षांश व देशान्तर रेखाओं के उपयोग

(1) किसी स्थान की स्थिति का निर्धारण :- अक्षांश व देशान्तर रेखाओं का सबसे बड़ा उपयोग यही है कि इनकी सहायता से पृथ्वी के गोले पर किसी स्थान की स्थिति का निर्धारण आसानी से किया जा सकता है। दोनों रेखाओं के कटान बिन्दु द्वारा किसी स्थान की स्थिति व्यक्त की जानी है।

(2) जलवायु की जानकारी :- अक्षांश रेखाओं द्वारा किसी स्थान की जलवायु की जानकारी होनी है। भूमध्य रेखा से उत्तर व दक्षिण जाने पर तापक्रम कम होता जाता है। अक्षांश रेखाओं की सहायनी से ही पृथ्वी को ताप कटिबन्धों, वायुभार तथा स्थायी हवाओं की पेटियों में बाँटा गया है ।

(3) दिन-रात की लम्बाई का ज्ञान :- अक्षांश रेखाओं की सहायता से किसी स्थान के दिन-रात की लम्बाई का ज्ञान होता है। भूमध्य रेखा पर वर्ष भर बारह घण्टे के दिन व 12 घण्टे की रातें होती हैं। भूमध्य रेखा से दूर जाने पर रात-दिन की लम्बाई बढ़ती जाती है।

(4) दूरी का ज्ञान, :- 1° अक्षांश रेखा पार करने पर 111 किलोमीटर दूरी का अन्तर पड़ता है। अर्त: अक्षांश रेखाओं की सहायता से किसी स्थान की भूमध्य रेखा से उत्तर व दक्षिण की दूरी ज्ञात की जा सकती है। दो देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी सदा समान नहीं होती। भूमध्य रेखा के समीप यह दूरी सबसे अधिक 111 किलोमीटर, 30° अक्षांशों पर 96.5 किलोमीटर, 60° अक्षांशों पर 55.4 किलोमीटर होती है जबकि ध्रुवों (90° अक्षांशों) पर यह दूरी नहीं के बराबर होती है ।

(5) स्थानीय समय की जानकारी :- देशान्तर रेखाओं द्वारा स्थानीय समय की जानकारी होती है। 1° देशान्तर पार करने पर 4 मिनट समय का अंतर पड़ता है।


7.स्थानीय समय एवं प्रामाणिक समय में क्या अन्तर है? 

 Ans. स्थानीय एवं प्रामाणिक समयों में अंतर -





8. (कारण बताओ)--

(a)अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा केवल महासागरों से होकर खींची गयी है। 
या, 
अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा सदैव 180° से मेल नहीं खाती है । 

Ans. अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा 180° देशान्तर रेखा से लगभग मेल खाती है। इस रेखा को पार करने पर निथि में परिवर्तन कर दिया जाता है। यह रेखा प्रशान्त महासागर के मध्य से होकर जाती है। यदि इस रेखा को ज्यों का ल्यो अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा मान लिया जाता तो एक ही देश में इस रेखा के दोनों तरफ एक ही समय दो तिथियाँ हो जानी। इससे सरकारी कार्यों में काफी कठिनाई होती। यही कारण है कि इस रेखा को स्थान-स्थान पर टेढ़ी करके केवल महासागर से ही होकर खींचा हुआ मान लिया गया है ।

(b) अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा सीधी क्यों नहीं खींची गयी है? 

 Ans. 180° देशान्तर रेखा प्रशान्त महासागर के मध्य से होकर जाती है। इस रेखा पर कई देश पड़ते हैं। यदि इसी रेखा को ज्यों का त्यों अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा मान लिया जाता तो एक ही देश में इस रेखा के दोनों तरफ एक ही समय दो तिथियाँ हो जातीं। अत: इस रेखा को स्थान-स्थान पर टेढ़ी करके समुद्र में ही होकर खींचा हुआ माना गया है।
 
 (c) भूमध्यरेखा के सहारे पृथ्वी का परिक्रमण करने वाला यात्री समय में परिवर्तन का अनुभव करता I

Ans. हम जानते हैं कि पृथ्वी के अपनी कीली पर पश्चिम से पूरब घूमने के कारण ही देशान्तर में परिवर्तन के साथ ही स्थानीय समय में भी परिवर्तन मिलता है । प्रति 1°  देशान्तर पार करने पर 4 मिनट स्थानीय समय में अंतर मिलता है। पूरव के स्थानों का स्थानीय समय पश्चिम के स्थानों के स्थानीय समय से अधिक होता है। चूँकि भूमध्यरेखा के सहारे यात्रा करने पर इसके देशान्तर में परिवर्तन होता रहता है। अत : यात्री को स्थानीय समय में परिवर्तन का अनुभव होता है।

(d)किसी स्थान व उसके प्रतिपाद स्थान के समय में 12 घण्टे का अन्तर होता है। 

Ans. किसी स्थान एवं उसके प्रतिपाद स्थानों के देशान्तरों में 180°का अन्तर होता है। चूँकि 1° देशान्तर के अन्तर पर 4 मिनट समय का अन्तर पड़ता है। अत: 180°देशान्तर के अन्तर पर 180x 4=720 मिनट = 12 घण्टे समय का अन्तर पड़ता है। यही कारण है कि किसी स्थान एवं उसके प्रतिपाद स्थान के समयों में 12 घण्टे समय का अन्तर होता है।

(e) यदि आप प्रधान मध्याह्न रेखा के सहारे उत्तरी ध्रुव की ओर जाएँगे तो तापमान में किस प्रकार के परिवर्तन का अनुभव करेंगे? 

 Ans, दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणी ध्रुव से प्रधान मध्याह्न रेखा (Prime meridian ) के सहारे उत्तरी ध्रुव की तरफ बढ़ने पर भूमध्यरेखा के पास तापक्रम बढ़ता जाता है क्योंकि सूर्य की किरणे क्रमश : लम्बवत् होती जाती
हैं। परन्तु भूमध्य रेखा से उत्तरी ध्रुव की तरफ जाने पर तापक्रम घटता जाता है क्योंकि सूर्य की किरणें क्रमशः तिरठी पड़ने लगती हैं। 

(f) किसी स्थान एवं उसके प्रतिपाद स्थान के बीच समय का अन्तर 12 घण्टे का क्यों रहता है ? 

 Ans-किसी स्थान एवं उसके प्रतिपाद स्थान के बीच 180° देशान्तर का अन्तर होता है इसलिए इन दोनों के बीच के समय का अन्तर 12 घंटे रहता है।

(g) अक्षांश रेखाओं को समानान्तर अक्षांश रेखा क्यों कहते हैं? 
उत्तर- सभी अक्षांश रेखाएँ आपस में समानन्तर होती है इसीलिए इन्हें समानान्तर अक्षांश रेखा कहते हैं।

(h) उष्ण कटिबन्ध पृथ्वी का सबसे गर्म कटिबन्ध क्यों है।

उत्तर- कर्क एवं मकर रेखाओं के मध्य का भाग उष्ण कटिबन्ध कहलाता है। कर्क एवं मकर रेखाएँ सूर्य की किरणों के लम्बवत् पड़ने की क्रमश : उत्तरी एवं दक्षिणी सीमाएँ हैं अत : इस भाग में सूर्य की किरणें लम्बवत् पड़ती हैं या उनका तिरछापन बहुत कम रहता है। इसीलिए यह पृथ्वी का सबसे गर्म कटिवन्ध है।

 (i) देशान्तर रेखाओं को मध्याह्न रेखा क्यों कहते हैं?

उत्तर- किसी एक देशान्तर रेखा के सभी स्थानों पर मध्याह्न काल एक ही साथ होता है, इसीलिए देशान्तर रेखाओं को मध्याह्न रेखा भी कहते हैं।

(j) हम अपने दैनिक जीवन में स्थानीय समय का उपयोग क्यों नहीं कर सकते हैं?

उत्तर- पृथ्वी के विभिन्न स्थानों का स्थानीय समय भिन्न-भिन्न होता है । अत: यदि किसी देश के भीतर प्रत्येक स्थान पर उसका स्थानीय समय व्यवहार में लाया जाए तो समय सम्बन्धी विभिन्न कार्यों में काफी कठिनाई होगी। समय सम्बन्धी कठिनाइयों के कारण ही हम अपने दैनिक जीवन में स्थानीय समय का उपयोग न करके निर्धारित किए गए प्रमाणिक समय का उपयोग करते हैं।

 9. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लिखिए- :- (2 Marks)

(a) प्रामाणिक समय एवं स्थानीय समय क्या है? 

 Ans. प्रामाणिक समय (Standard Time)- किसी देश के लगभग मध्य में स्थित प्रामाणिक मध्यान्ह रेखा के मध्यान्हकालीन सूर्य द्वारा निर्धारित समय को प्रामाणिक समय कहते हैं। 
 
स्थानीय समय (Local Time) - देशान्तरीय स्थिति के अनुसार मध्यान्हकाल को दोपहर (12.00 Noon) मानकर निर्धारित किये गये किसी स्थान विशेष के समय को वहाँ का स्थानीय समय कहते हैं।

 (b) भारत का प्रामाणिक समय (I.S.T.) क्या है ? (What is I.S.T?)

Ans. सम्पूर्ण भारत देश में घड़ियाँ 82.5° पूर्वी देशान्तर रेखा के स्थानीय समय के अनुसार चलती हैं । अत: 82.5° पूर्वी देशान्तर रेखा के स्थानीय समय को भारत का प्रामाणिक समय (Indian Standard Time या I. S. T.) कहते हैं।

(c)महान वृत्त क्या है? इनके उपयोग लिखिए। 

 Ans. महान वृत्त (Great Circle)-:पृथ्वी के धरातल पर खींचे गये वे सबसे बड़े वृत्त जिनका केन्द्र पृथ्वी का केन्द्र हो तथा जो पृथ्वी को दो समान भागों में बाँट सकते हैं, महान वृत्त कहलाते हैं। भूमध्यरेखा अक्षांश रेखाओं में सबसे बड़ी है। इसलिए इसे महान वृत्त (Great Circle) कहते हैं।
 

महान वृत्त का उपयोग - गोल पृथ्वी पर किन्हीं दो स्थानों के बीच की लघुत्तम दूरी तय करने के लिए महान वृत्त पथ का अनुसरण किया जा सकता है। इसीलिए जलयान तथा वायुयान समय एवं ईंधन की बचत के लिए जहाँ तक सम्भव होता है, महान वृत्त पथ का ही अनुसरण करते हैं। ग्लोब पर एक दूसरे के विपरीत स्थित स्थानों के लिए महान वृत्त पथ का विशेष महत्त्व है।

(d)क्रोनोमीटर और सेक्सटेण्ट क्या हैं ? 

Ans. क्रोनोमीटर (Chronometer) - क्रोनोमीटरं वह घड़ी है, जो सदा ग्रीनविच समय (G.M.T.) बताती है। वास्तव में यह वह घड़ी है, जो बिल्कुल सही समय बताती है ।

 सेक्सटेण्ट (Sextant) - यह एक यंत्र है जिसकी सहायता से सूर्य, चन्द्रमा या तारों की क्षितिज रेखा से कोणिक ऊँचाई ज्ञात की जाती है।

(e) क्रोनोमीटर का क्या कार्य है? 

Ans. अन्तर्राष्ट्रीय कार्यों में इसी घड़ी का प्रयोग किया जाता है । इस घड़ी की सहायता से किसी स्थान के देशान्तर की गणना की जा सकती है।

(f) अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा क्या है? 

Ans. अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा 180° देशान्तर रेखा से लगभग मेल खाने वाली तथा केवल महासागर से गुजरने वाली वह काल्पनिक रेखा है जिसे पार करके पश्चिम से पूर्व जाने वाले यात्री अपनी डायरी में एक दिन पीछे तथा पूर्व से पश्चिम जाने वाले यात्री अपनी डायरी में एक दिन आगे कर लेते हैं।

(g) 10° उत्तरी अक्षांश एवं 60° पूर्वी देशान्तर पर स्थित किसी स्थान का प्रतिपाद स्थान ज्ञात कीजिए। 

 Ans. निश्चित स्थान का प्रतिपाद स्थान 10°S अक्षांश तथा 180°- 60° = 120°W देशान्तर पर होगा।

(h) मध्याह्न रेखा किसे कहते हैं? 

 Ans. दोनों ध्रुवों को मिलाते हुए उत्तर से दक्षिण खींची गयी कल्पित रेखा को मध्याह्न रेखा कहते हैं, क्योंकि इस रेखा के प्रत्येक स्थान पर मध्याह्न काल एक साथ ही होता है। 

(i) प्रधान मध्याह्न रेखा किसे कहते है ? 

Ans. लन्दन नगर के ग्रीनविच स्थान से होकर जाने वाली मध्याह्न रेखा को प्रधान मध्याह्न रेखा कहते हैं क्योंकि अन्य
मध्याह्न रेखाओं की गणना इसी मध्याह्न रेखा से की जाती है। 

(j) कर्क व मकर रेखाओं के अक्षांश क्या है? 

Ans. कर्क रेखा का अक्षांश 23.5°N तथा मकर रेखा का अक्षांश 23.5°S है।

(k) कौन रेखा पृथ्वी को उत्तरी एवं दक्षिणी गोलार्द्ध में बराबर -बराबर बाँटती है ? उसका अक्षांश कितना है ? 

Ans. भूमध्य रेखा पृथ्वी को उत्तरी गोलार्द्ध तथा दक्षिणी गोलार्द्ध नामक दो समान अर्द्धभागों में विभाजित करती है । इसकी अक्षांश 0° है। 

(l) पृथ्वी पर किसी स्थान की स्थिति के निर्धारण के प्रमुख दो बिन्दु कौन-कौन से हैं। 

 Ans. अक्षांश एवं देशान्तर रेखाओं की सहायता से पृथ्वी पर किसी स्थान की स्थिति बतलायी जाती है। किसी स्थान की स्थिति इन दोनों रेखाओं के कटान बिन्दु द्वारा दिखायी जाती है।

(m) प्रतिपाद स्थान से आप क्या समझते हैं ? 

Ans. पृथ्वी के गोले पर स्थित किसी स्थान के ठीक विपरीत दूसरी ओर स्थित स्थान को पहले स्थान का प्रतिपाद स्थान (Antipode) कहते हैं।

10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो शब्दों में दीजिए - 

(a) सबसे बड़ी अक्षांश रेखा कौन-सी है ?

Ans. विषवुत रेखा । 

(b) किस अक्षांश रेखा को महान वृत्त कहते हैं ?
 Ans. विषुवत रेखा को।

(c) किन रेखाओं को मध्याह्न रेखा कहते हैं ?

Ans. देशान्तर रेखाओं को। 
(d) किस देशान्तर रेखा को ग्रीनविच रेखा भी कहते हैं ? Ans. 0° देशान्तर रेखा को।

(e)A.M. (Ante-meridian) का क्या अर्थ है ?

Ans. दोपहर के पहले का समय।

(f)P.M. (Post-meridian) का क्या अर्थ है ?

Ans. दोपहर के बाद का समय।

(g) उत्तरी गोलार्द्ध में किस स्थान से ध्रुवतारे की ऊँचाई 90° है ?

Ans. उत्तरी ध्रुव से ।

(h) अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा किस जलडमरुमध्य से होकर खींची गयी है ?

Ans. बेरिंग जलडमरूमध्य से होकर।

 (i) पृथ्वी पर किन्हीं दो स्थानों के बीच लघुतम दूरी के लिए किस पथ का अनुसरण

Ans. महान वृत्त पथ का।

(j) शीत कटिबन्ध किन अक्षांशों के बीच स्थित है ?

Ans. 66.5° से 90° अक्षांशों के मध्य ।

(k) धरातल पर किसी स्थान की स्थिति के निर्धारण के लिए किन रेखाओं की कल्पना की गयी है ?

Ans. अक्षांश एवं देशान्तर रेखाओं की।

(l)कौन अक्षांश रेखा पृथ्वी को दो समान गोलार्द्धों में विभाजित करती है ?

Ans. विषुवत रेखा ।

(m) उत्तरी ध्रुव वृत्त का अक्षांश कितना है ?

Ans. 66.5° उत्तरी।

(n) किस ताप कटिबन्ध में दिन-रात की लम्बाई 24 घण्टे से अधिक होती है ?

Ans. शीत कटिबन्ध में।

(o) ग्लोब पर अक्षांश एवं देशान्तर रेखाओं के जाल को क्या कहते हैं ?

Ans. ग्रिड।

(p) किन रेखाओं की सहायता से पृथ्वी को ताप कटिबन्धों में बाँटा गया है? 

Ans. अक्षांश रेखाओं की सहायता से । 

(q) सम्पूर्ण विश्व को कितने समय कटिबन्धों में बाँटा गया है ? 

Ans. 24 समय कटिबन्धों में।

(r) अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा को पश्चिम से पूर्व की ओर पार करने वाले यात्री के लिए सप्ताह कितने दिनों का होता है?

Ans. 8 दिनों का।

(s) किसी स्थान एवं उसके प्रतिपाद स्थान के बीच कितने अंश देशान्तरों का अन्तर रहता है ?

 Ans. 180° देशान्तर का।

(t) जलयान तथा वायुयान समय एवं ईंधन की बचत के लिए किस पथ का अनुसरण करते हैं ?

Ans. महान वृत्त पथ का।

11. बहुवैकल्पिक प्रश्न (Multiple Choice Questions) सही विकल्प का चयन कीजिए :-














पाठ-4 
From Book 

G)कारण लिखिए। (Explain why )
1-मोड़दार पर्वतों में जीवाश्म पाए जाते हैं? (Fold mountains have organic deposits in them.)

Ans. मोड़दार पर्वतों में जैविक पदार्थों के अंश पाये जाते हैं। इसके निम्नलिखित कारण हैं : 
1. मोड़दार पर्वतों का निर्माण उथले समुद्रों में हुआ है, अतः उनमें उथले समुद्रों के जीवों के अवशेष मिलते हैं।
2. नदियाँ अपने साथ लाये गये पदार्थों को इन उथले सागरों में एक परत के बाद दूसरी परत जमा करती हैं। इन पदार्थों के साथ जीवों एवं वनस्पतियों के सड़े-गले अंश आते रहते हैं।
इन्हीं कारणों में मोड़दार पर्वतों में जैविक पदार्थ पाये जाते हैं।

G-3-ज्वालामुखी पर्वतों को संग्रहित पर्वत कहते हैं। (Volcanic mountains are called "'Mountains of Accumulation')

Ans. ज्वालामुखी के उद्गार से निकलने वाले लावा, राख, शिलाखण्ड एवं शिलाचूर्ण आदि पदार्थ उसके मुँह के चारों ओर शंकु के रूप में जमा हो जाते हैं जिससे ज्वालामुखी पर्वत वन जाते हैं। ज्वालामुखी की क्रिया से निकलने वाले पदार्थों के संग्रह से निर्मित होने के कारण ही ज्वालामुखी पर्वतों को संग्रहीत पर्वत (Mountain of Accumulation) भी कहते हैं।



G-5-पर्वतीय भाग आर्थिक क्रिया में विकसित नहीं होते।
Or,
पर्वतों की जनसंख्या विरल है। (Mountains are scarcely populated)
 Ans. पर्वतों पर कम जनसंख्या मिलने के कारण :- पर्वतों पर जनसंख्या कम मिलने के निम्नलिखित कारण हैं :
1-पर्वतों का धरातल असमतल तथा मिट्टी अनुपजाऊ होती है। अतः कृषि का विकास संभव नहीं है।
 2. भूमि के असमतल होने से यातायात की असुविधा है।
3. कच्चे माल की कमी एवं यातायात की असुविधा के कारण यहाँ उद्योग-धन्धों का विकास नहीं हो पाया है|
 उपरोक्त असुविधाओं के कारण पर्वतीय भाग आर्थिक क्रिया में विकसित नहीं होते| या पर्वतीय भागों में जनसंख्या का घनत्व कम है।

G-6-पर्वतीय भागों में पर्यटन का विकास हुआ है। 
Ans-ऊँचाई के कारण गर्मी में भी पहाड़ी स्थान ठण्डे बने रहते हैं। अतः गर्मी में मैदानी भाग की गर्मी से वचने तथा स्वास्थ्य लाभ करने के लिए अमीर लोग पहाड़ी स्थानों पर चले जाते हैं। हिमालय पर शिमला, नैनीताल, मंसूरी, दार्जिलिंग आदि स्वास्थ्यवर्द्धक स्थान हैं। पहाड़ी दृश्य मनोरम एवं आकर्षक होते हैं। अतः ये पर्यटन के केन्द्र होते हैं जहाँ होटल व्यवसाय का विकास हो जाता है।उपरोक्त कारणों से पर्वतीय भागों में पर्यटन का विकास हुआ है। 


G-8-मैदानी भागों में घनी जनसंख्या पायी जाती है।
Or, 
क्या कारण है कि विश्व की अधिकांश जनसंख्या मैदानों में ही निवास करती है? (Why has the major portion of world population settled on the plains?)

Ans. मैदानी भाग में घनी जनसंख्या के कारण :- मैदानों में अधिक घनी जनसंख्या मिलती है। इसके निम्न कारण हैं :- 
1. मैदानों की भूमि समतल तथा मिट्टी उपजाऊ होती हैं। अतः यहाँ कृषि करने की सुविधा है। 
2. यहाँ कुएँ तथा नहरें आसानी से बनाये जा सकते हैं, अतः सिंचाई के साधनों की सुविधा है। 
3. धरातल समतल होने से यातायात के साधनों का विकास अधिक होता है। 4. कृषि सम्बन्धी कच्चे माल की सुविधा एवं यातायात की सुविधा के कारण यहाँ उद्योग-धन्धों का विकास अधिक हुआ है। उपरोक्त कारणों से यहाँ जीवन-यापन की सुविधा है, जिससे यहाँ जनसंख्या अधिक मिलती है।

H-तुलना कीजिए: 3 अंक के प्रश्न 
1. अपक्षय एवं अपरदन


अति संक्षिप्त उत्तरीय प्रश्न


(a) पर्वतों के सबसे ऊँचे भाग को क्या कहते हैं ? 
Ans. शिखर या चोटी।

(b) भारत के एक प्राचीन मोड़दार पर्वत का नाम लिखिए।

Ans. अरावली ।

(c) मोड़दार पर्वतों में नीचे की ओर पैंसे हुए मोड़ों को क्या कहते हैं?

Ans. अभिनति ।

(d) जर्मनी का ब्लैक फॉरेस्ट किस प्रकार का पर्वत है ?

Ans. भ्रंशोत्थ या ब्लॉक पर्वत । 
(e) भारत में स्थित एक भ्रंश घाटी का नाम लिखिए।

Ans. नर्मदा घाटी।

(f) ज्वालामुखी पर्वतों का आकार कैसा होता है ?

Ans. शंक्वाकार।

(g) भूतल के कितने प्रतिशत भाग पर पठारों का विस्तार है ?

Ans. 33 प्रतिशत ।

(h) तिब्बत का पठार किन पर्वत श्रेणियों से घिरा हुआ है ?

Ans. हिमालय एवं क्युनलुन श्रेणियों के मध्य 
(i) भारत का प्रायद्वीपीय पठार किस प्रकार का पठार है ?

Ans. महाद्वीपीय पठार

(j) लावा पठारों का निर्माण किन चट्टानों से हुआ है ?

Ans. बैसाल्ट चट्टानों से।

(k) गंगा-सिंधु का मैदान किस प्रकार का मैदान है ?
 Ans. जलोढ़ मैदान

(l) हंगरी का मैदान किस प्रकार का मैदान है ?

Ans. झीलकृत मैदान ।

(m) एक ज्वालामुखी पर्वत का नाम लिखिए।

Ans. एक ज्वालामुखी पर्वत का नाम 'फ्यूजीयामा' है।
** (n) पामीर को विश्व की छत क्यों कहते हैं ?

Ans. पामीर विश्व का सबसे ऊँचा पठार है इसीलिए इसे 'विश्व की छत' कहते हैं।

(**o) विश्व के सबसे बड़े डेल्टाई मैदान का नाम लिखिए।

Ans. गंगा-ब्रह्मपुत्र का डेल्टा या सुन्दरवन का डेल्टा विश्व का सबसे बड़ा डेल्टाई मैदान है। 
(p) एण्डीज किस प्रकार का पर्वत है ?

Ans. एण्डीज एक मोड़दार पर्वत (Folded mountain) है। 
(q) किस महाद्वीप में मैदानों का क्षेत्रफल सबसे कम है ?

Ans. सबसे कम मैदान आस्ट्रेलिया महाद्वीप में हैं।

(r) भारत के सबसे बड़े निशेषणमूलक मैदान का नाम लिखिए।
 Ans. भारत के सबसे बड़े निशेषण मूलक मैदान का नाम गंगा का मैदान (या सतलज-गंगा-ब्रह्मपुत्र का मैदान है।

 (S) पृथ्वी की आन्तरिक एवं बाह्य शक्तियों की पारस्परिक क्रिया द्वारा उत्पन्न बल को क्या कहते हैं?

Ans. भू संचलन।

(t) पृथ्वी की आन्तरिक शक्तियाँ किससे सम्बन्धित है?
Ans. भूगर्भ से ।
 (U) भूपटल के विन्यास में परिवर्तन को क्या कहते हैं?

Ans. भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ। 
(v) किस बल को निर्माणकारी बल भी कहते हैं?

Ans. अन्तर्जात बल को
 (W) किस सचलन से विनाशकारी परिवर्तन होते हैं?

Ans. आकस्मिक संचलन से।

(x) किस संचलन के कारण पर्वतों का निर्माण होता है

Ans. पटलविरूपजी संचलन के कारण।

(y) बहिजांत बलों का प्रमुख कार्य क्या है?

Ans. भूतल पर समतल स्थापना।
 (Z) घरातल के सबसे ऊँचे भाग कौन हैं?

Ans. पर्वत ।

(1) प्राचीन पर्वतों की चोटियों कैसी होती हैं?
 Ans. प्राचीन पर्वत की चोटियाँ चपटी होती हैं।

(2) प्राचीन मोड़दार पर्वत किस पर्वत के रूप में परिवर्तित हो गए हैं।

Ans. अवशिष्ट पर्वत के रूप में।

(3) किन पर्वतों के ऊपरी भाग में सर्क एवं लटकती घाटियाँ पायी जाती हैं?
 Ans. नवीन मोडदार पर्वत के।

(4) किन पर्वतों की उत्पत्ति उपले सागरों से हुई है ?
 Ans. मोड़दार पर्वत की।

(5) हिमालय पर्वत की उत्पत्ति किस भू-द्रोणी से हुई है।

Ans. टेथिस सागर से ।
 (6) किन प्लेटों के किनारे रूपान्तर भ्रंश का निर्माण होता है?

Ans. संरझी प्लेट किनारों के सहारे।
 (7) भारत में स्थित एक अंश घाटी का नाम लिखिए।

Ans. नर्मदा घाटी।

(8) ज्वालामुखी पर्वतों का आकार कैसा होता है? 
Ans. शंक्वाकार।

★ (9) किसी एक मिश्रित शंकु ज्वालामुखी का नाम लिखिए।

Ans. जापान का फ्यूजीयामा । 
(10) किन पर्वतों की ऊँचाई अत्यन्त कम होती है?

Ans. अवशिष्ट पर्वतों का।
 (11) पठारों की औसत ऊँचाई कितनी होती है।

Ans. 600 मीटर।

(12) किसी एक अत: पर्वतीय पठार का नाम लिखिए।

Ans. तिब्बत का पठार।

(13) संयुक्त राज्य अमेरिका का कोलम्बिया पठार किस प्रकार का पठार है।

Ans. लावा पठार 

(14) अप्लेशियन पर्वत एवं अन्य महासागर के बीच कौन पठार स्थित है।

Ans. पीडमाण्ट पठार |

(15) भारत में स्थित एक समप्राय: मैदान का नाम लिखिए।

Ans. हजारीबाग का मैदान

(16) किन भेदानों की ऊपरी सतह तरंगित होती है।
 Ans. कार्स्ट मैदानों की।







पाठ-5

From book 
G- कारण बताइए / अन्तर स्पष्ट कीजिए: 3 अंक के प्रश्न

1. कारण बताइये :
2-उष्ण क्षेत्रों में भौतिक अपक्षय क्यों होता है?
Ans-उष्ण व शुष्क मरुस्थलीय जलवायु उष्ण मरुस्थलों की उष्ण एवं शुष्क होती है । यहाँ आकाश साफ रहता है तथा वनस्पतियों का अभाव है अत: दैनिक तापान्तर अधिक रहता है। चट्टानें अधिक गर्मी के कारण दिन में फैलती हैं तथा अधिक ठण्डक के कारण रात में सिकुड़ती हैं। बार-बार फैलने व सिकुड़ने के कारण चट्टानें टूट-टूटकर बालू के कणों में बदल जाती हैं। साथ ही दिन में सूर्य की गर्मी से फैली हुई चट्टानों पर जब अचानक वर्षा का पानी पड़ता है, तो चट्टानें उसी प्रकार टूट जाती हैं जिस प्रकार गर्म शीशे की चिमनी पर पानी का छींटा पड़ते ही वह चिटक जाता है। इन्हीं कारणों से ऊष्ण व शुष्क मरुस्थलों में भौतिक अपक्षय अधिक होता है।

3. शीत क्षेत्रों में भौतिक अपक्षय किस प्रकार होता है ?
Ans-शीत प्रधान जलवायु :- उच्च अक्षांशों अथवा उच्च पर्वत-शिखरों पर पाला ही विखण्डन का महत्वपूर्ण साधन है। एसे भाग में रात में तापक्रम हिमांक से नीचे गिर जाता है। अतः दिन में चट्टानों की दरारों में भरा पानी रात में ठण्डक पाकर पाले (बर्फ) के रूप में जम जाता है। बर्फ के रूप में जमने पर पानी का आयतन बढ़ जाता है जिससे वह फैलकर चट्टानों की दरारों पर दबाव डालता है जिससे दरारें चौड़ी हो जाती हैं। दिन में तापक्रम बढ़ने पर बर्फ पिघल जाती है और उसका आयतन घटने से दरारों में और पानी आ जाता है तथा रात्रि में पुन: जल जम जाता है। बार-बार यही क्रिया होने पर चट्टानें खण्ड-खण्ड होकर चूर्ण हो जाती हैं।
4-रासायनिक अपक्षय उष्ण एवं आर्द्र जलवायु में प्रभावकारी क्यों है? 

Ans-वायुमण्डल के निचले स्तर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाई ऑक्साइड आदि गैसों की अधिकता होती है। जब तक ये गैसें शुष्क रहती है तब तक बिखण्डन की दृष्टि से निष्क्रिय रहती हैं, परन्तु जैसे ही इनका सम्पर्क जल से हो जाता है, ये न केवल सक्रिय घोलक के साधन बन जाती हैं, बल्कि इनके सहयोग से चट्टानों में भारी रासायनिक परिवर्तन भी होने लगते हैं जिससे विखण्डन आसान हो जाता है|
उष्णाई प्रदेशों में उच्च तापमान एवं पर्याप्त नमी के कारण रासायनिक अपक्षय प्रभावकारी है।



पाठ--8


G. कारण बताइए / अन्तर स्पष्ट कीजिए: 3 अंक के प्रश्न

1. कारण बताइये :
(i) गर्मी के मौसम में लोग दार्जिलिंग जाते हैं। 
Ans. दार्जिलिंग एक पहाड़ी स्थान है।दार्जिलिंग हिमालय के पर्वतीय भाग में टाइगर पहाड़ी पर स्थित है। ऊँचाई पर स्थित होने से गर्मी में भी यहाँ का तापक्रम काफी कम एवं मौसम सुहावना रहता है। अतः गर्मी में मैदानी भाग की गर्मी से परेशान धनी लोग यहाँ स्वास्थ्य लाभ के लिए आते हैं।  

(ii) जाड़े में दार्जिलिंग में स्कूल बन्द हो जाते हैं। 
Ans. पश्चिम बंगाल के अधिकांश भाग में ग्रीष्मकाल में अधिक गर्मी के कारण विद्यालय बन्द रहते हैं। परन्तु ऊँचाई पर होने के कारण दार्जिलिंग में ग्रीष्मकाल में भी तापक्रम कम रहता है तथा मौसम सुहावना रहता है। अतः यहाँ गर्मी में विद्यालय बन्द करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। परन्तु जाड़े में यहाँ कठोर शीत पड़ती है। तापक्रम हिमांक से भी नीचे गिर जाता है। प्रायः हिमपात होता है अतः कठोर शीत से बचने के लिए दार्जिलिंग के विद्यालय शीतकाल में बन्द रहते हैं।
 (vi) पश्चिम बंगाल को जल समस्या का सामना करना पड़ता है। 
Ans-हरित क्रान्ति के बाद कृषि में उन्नत बीजों एवं खादों के प्रयोग से कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए जल की आवश्यकता बढ़गयी, अतः 1970 के बाद पश्चिम बंगाल में भौम जल का दोहन बहुत अधिक होने लगा है। वर्तमान समय में यहाँ कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए 0.60. मिलियन कम गहराई वाले तथा 5000 अधिक गहराई वाले ट्यूबवेल कार्यरत हैं। पश्चिम बंगाल में भौम जल की उपलब्ध मात्रा के अनुपात में इसकी माँग निरंतर बढ़ती जा रही है, जिससे यहाँ भौम जल की मात्रा निरन्तर कम होती जा रही है|
कुल मिलाकर पश्चिम बंगाल में जल की कुल आवश्यकता की तुलना में व्यवहार योग्य जल की उपलब्धता कम है, अतः राज्य को जल संकट की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

2.अन्तर स्पष्ट कीजिए:
(i) पश्चिम बंगाल के उत्तर के पर्वतीय भाग एवं पश्चिम के पठारी भाग की तुलना कीजिए।



Comments

  1. Is very useful for me thank you for help

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  2. Your notes are very good 👍 and mujhe bahut help Mili aapki ye notes se thanks a lot

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  3. Or bhi others chapter ka notes dijiye plz ...it's very useful

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  4. Hindi clss 9 ka bhi notes link dijiye

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  5. Thank You So Much For this answers and notes ❤️🙏

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  6. 9 geography chapter 6ka bhi notes dijiye sir

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  7. Geography chapter 8 ka question answer dijiye sir please

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